UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Sunday, April 04, 2010
कोण म्हणाले ते "चाफा बोलेना "
या चाफ्याचा रंग काही न्यारा. डहाणुकर मधला.
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