UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Saturday, February 05, 2011
क्यु नारदमुनीजी ?
क्यो नारदजी पार्टी बदल दी क्या ? भगवान विष्णु का साथ छोडके शंकर भगवान को सामील हो गये क्या ?
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