UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Monday, January 24, 2011
यात्रा
यात्रा म्हटली की पोटात गोळा येतो.
चेंगराचेंगरी होवुन तरी माणसे मरतात नाहीतर उन्मादाने तरी.
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