UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Tuesday, January 18, 2011
आम्हाला तर रोजच या पोटासाठी धावावं लागतं
आम्हाला तर रोजच या पोटासाठी धावावं लागतं. ड्युटी कोणाला चुकलीय
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