UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Saturday, October 04, 2008
काय उपयोगाचे ?
ज्या संकुलात नामवंत कलावंत, कलाकार, साहीत्यक, समीक्षक, रसीक मंडळी रहातात तेथेले हे सुरेख Ampi Theater वास्तवीक पहाता नेहमीच वापरले जायला हवे होते.
पण ?
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