UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Monday, April 25, 2011
चोरगेंची मिसळ
आता फडतरेंची मिसळ खाऊन झाली मग चोरगेंची खायला नको का ? करत राजाभाऊ पोचले चोरग्यांकडॆ.
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