अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
सूरज चाँद से ख़फा है , गम में पूरे डूबे है तारे ......सब को इकठ्ठा करके ,, मेरा दिल पुकारे, आ रे , आरे आरे
क्या बात है. अब मजा आना सुरु हुआ है
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सूरज चाँद से ख़फा है , गम में पूरे डूबे है तारे ......
सब को इकठ्ठा करके ,, मेरा दिल पुकारे, आ रे , आरे आरे
क्या बात है. अब मजा आना सुरु हुआ है
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