UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Tuesday, September 21, 2010
देवा, असे पडद्याआड का रहाता भक्तांना का तिष्टीत ठेवता
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