UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Thursday, May 26, 2011
स्वयपाकघरातुन बाहेर जाता जाहले नी .....
घरातुन हद्दपार झाले आणि पंचतारांकीत हॉटेलात पोचले ते "जातं "
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