UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Thursday, March 11, 2010
निवांत
अशी सुखद निद्रा सर्वांना लाभो.
आमेन.
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