UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Tuesday, March 09, 2010
जागतीक महिला दिनाचा विजय असो.
हे चित्र केव्हा बदलणार ?
रेल्वे स्थानकावर एक बुरखा घातलेली महिला भीक मागतांना
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