अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
कभी हमभी तुमभी थे आशना
तुम्हे याद होके ना याद हो !
किंवा
जब भी तकमीले मुहब्बतका ख़याल आता है
अश्या गजला आजतरी कोणालाही आठवु नयेत।
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