अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया ।
ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Friday, November 30, 2007
सौ. नेने काकुंची जादु चालेल काय ?
जाब मधले "१, २.३,४ ,तेरा करु गिन गिन के इंतजार, आजा पिया आयी बहार", आणि सैलाब मधील "हमको आपका है इंतजार कोई लेके आये प्यार " ची मजा या "आजा नचले " मधे नसावी बुवा.
1 comment:
nene kakuncha chitrapat jateey vadachya bhovaryat gelaye. ata DubaNar mhanaje. :)
btw, tumhi ti DSK-vishwa chi community protected ka karun takalit? mazi comment awadali navhati ka? ;)
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