UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Wednesday, March 19, 2008
मै चंदा की चांदनी हु , मै तारोंकी रानी
आज चंद्र विशेष खुलुन दिसतोय. सिंह राशीतल्या मघाच्या विळ्याचा कचाट्यात तो रमलाय. हे मोहक दॄष्य पाहायलाच हवे.
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