UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Thursday, March 06, 2008
सिर पे धरी गंग. पिनाकी महाग्यानी, अजब रुप धारे,
महाशिवरात्री निम्मीते बरफाचे शिवलिंग.
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