UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Wednesday, June 15, 2011
कोण बरे आणि का बरे ?
कोण बरे ही सुंदरी ?
आणि का बरे ही अशी लपुन बसली आहे ?
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