UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Monday, March 19, 2007
REQUEST TO ORGINIZRS =3
हे असे रंग लाउन, भरजरी पोशाख करुन, एकाच स्थितीत भर ऊन्हात ऊभे रहाणे, सतत मुलांकडुन मानवी मनोरे बांधुन घेणे. मला वाटते पुढल्या वर्षी नसावे.
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