UNKE DUSHMAN HAI BAHUT AADMI AACHA HOGA
अब भी एक उम्र पे जीने का न अंदाज आया । ज़िंदगी छोड दे पीछा मेरा, मै बाज़ आया ।।
Sunday, September 06, 2009
समांतर
आयुष्य जगायचा कंटाळा येतो हे मात्र खरे ।
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